1. देवउठनी एकादशी को “प्रबोधिनी एकादशी” भी कहा जाता है।
2. यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है।
3. इस दिन भगवान विष्णु, चार महीने की योग निद्रा से जागृत होते हैं।
4. इसे चातुर्मास व्रत के समापन का दिन माना जाता है।
5. इस दिन तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है।
6. देवउठनी एकादशी से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है।
7. लोग व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करते हैं।
8. पौराणिक मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
9. विभिन्न स्थानों पर मेला और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
10. यह दिन धर्म और आध्यात्मिकता के दृष्टिकोण से अत्यंत पवित्र माना जाता है।