1. ग्यारहवीं शरीफ इस्लाम धर्म का एक पवित्र त्योहार है।
2. इसे प्रसिद्ध सूफी संत हजरत अब्दुल कादिर जीलानी रहमतुल्लाह अलेह की याद में मनाया जाता है।
3. यह त्योहार इस्लामी कैलेंडर के रबी-उस-सानी महीने की 11वीं तारीख को मनाया जाता है।
4. ग्यारहवीं शरीफ का उद्देश्य धार्मिक आस्था और सद्भाव को बढ़ावा देना है।
5. इस दिन लोग कुरान की तिलावत करते हैं और दुआएं मांगते हैं।
6. सूफी संत की शिक्षाओं पर चलने और समाज सेवा का संकल्प लिया जाता है।
7. इसे गरीबों और जरूरतमंदों के बीच खाना बांटकर मनाया जाता है।
8. मस्जिदों और दरगाहों में विशेष प्रार्थनाओं का आयोजन किया जाता है।
9. इस दिन सच्चाई, दया और ईमानदारी के महत्व को याद किया जाता है।
10. ग्यारहवीं शरीफ शांति और भाईचारे का संदेश देता है।