जितिया पूजा एक प्रमुख हिन्दू पर्व है, जिसे माताएँ अपने संतान की दीर्घायु और सुखी जीवन के लिए करती हैं।
1. जितिया व्रत खासकर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में मनाया जाता है।
2. इसे “जीवित्पुत्रिका व्रत” के नाम से भी जाना जाता है।
3. यह व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है।
4. व्रत की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है, जिसमें माताएँ पवित्र भोजन ग्रहण करती हैं।
5. अगले दिन माताएँ निर्जला व्रत करती हैं और रातभर जागरण करती हैं।
6. व्रत के दिन महिलाएँ भगवान जीमूतवाहन की पूजा करती हैं।
7. पौराणिक कथा के अनुसार, जीमूतवाहन ने नाग वंश की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान दिया था।
8. इस दिन महिलाएँ अपनी संतान की रक्षा और सफलता के लिए कामना करती हैं।
9. व्रत के अगले दिन माताएँ पारण करती हैं, जिसमें प्रसाद और सात्विक भोजन ग्रहण किया जाता है।
10. जितिया पर्व मातृत्व और संतान के प्रति प्रेम का प्रतीक है।