हरे भरे यह पेड़ बड़े, हरदम रहते यह खड़े, बारिश में यह खूब नहाते, डाली डाली फूल खिलाते |
तेज धूप से हमें बचाते, हम छाया में इनकी सताते, मीठे फल यह हमें खिलाते, परोपकार का पाठ सिखाते |
पेड़ भी चलते होते………………………………….
अगर पेड़ भी चलते होते, कितने मजे हमारे होते | बांध तने में उनके रस्सी चाहे जहां कहीं ले जाते |
जहां कहीं भी धूप सताती है उनके नीचे छठ सुस्त आते | जहां कहीं बरसा हो जाती उनके नीचे हम छुप जाते |
अगर पेड़ भी चलते होते , फिर कितने मजे हमारे होते |
पेड़ हमारे साथी हैं…………………………..
पेड़ हमारे साथी हैं, छाया हमको देते हैं |
बाढ़ से हमें बचाते हैं, मीठा फल भी देते हैं |
पेड़ कितने जरूरी हैं, फिर भी बेचारे कटते हैं |
हम भी पेड़ लगाएंगे, इस संसार को हरा भरा बनाएंगे |
पेड़ बचाओ,…………………………..
पेड़ बचेंगे तो धरती बचेगी जीवन बचेगा कल बचेगा |
पेड़ से ही तो वर्षा होगी नदी बचेगी जल बचेगा |
जब खेतों में होगा अनाज नालियों में भोजन बचेगा |
जीवन में होगी खुशहाली जब धरती पर पेड़ बचेगा |
पेड़ लगाओ………………………..
धरती की बस यही पुकार, पेड़ लगाओ बार-बार | आओ मिलकर कसम खाएं, अपनी धरती हरित बनाएं | धरती पर हरियाली हो, जीवन में खुशहाली हो | पेड़ धरती की शान है, जीवन की मुस्कान है | पेड़ पौधों को पानी दे, जीवन की यही निशानी दें | आओ पेड़ लगाएं हम, जीवन सुखी बनाए हम……………………………. आओ पेड़ लगाए हो,…….||||
वृक्ष लगाओ……………
महामारी का दौर है, जीने की सबको होड़ है | अगर जीना है तुमको सालों साल तो, वृक्ष लगाओ बराबर |
देख रहे हो तुम कैसी यह परेशानी है आई दूसरी चीजों को छोड़ ऑक्सीजन की कमी है आई | यही पता है तुम्हें, सांस लेने के लिए वृक्ष है जरूरी | तो काटने से पहले तुम्हें यह बात न सूची |
यदि यह वृक्ष रहे इस धरती पर, तभी मनुष्य जी पाएगा इस पर | केवल मनुष्य ही नहीं, और विभिन्न प्राणी भी हैं पेड़ों पर निर्भर | क्योंकि यह देते हैं उन्हें रहने के लिए घर, और मिलती है हमें शाया दवाइयां और भरपूर फल |
याद है कुछ सालों पहले सुंदरलाल बहुगुणा ने, चिपको आंदोलन चलाया था | आंदोलन पर कितने पेड़ों को बचाया था, और हमें पेड़ों का महत्व समझाया था | सही मायने में उन पेड़ों को जीने का हक दिलवाया था |
क्यों भूल जाते हैं हम, वातावरण से खेलना क्यों नहीं हम करते बंद | याद रखना यदि तुम पेड़ नहीं लगाओगे , तो जीवन के अंत की ओर ले जाओगे | यदि जीवन बचाना है आसान सफल, तो पेड़ लगाओ अभी और इसी पल ……………………..