Jadui Sone Ke Kangan Ki Kahani | सोने के कंगन की जादुई कहानी
यह रही जादुई सोने के कंगन की कहानी:
कुछ समय पहले की बात है, एक गांव में एक सुन्दर सी लड़की नामकरण के साथ रहती थी। वह बहुत ही निष्कलंक स्वभाव की रखवाली करती थी और सभी के दिलों में एक खास स्थान बना चुकी थी।
Jadui Sone Ke Kangan Ki Kahani | सोने के कंगन की जादुई कहानी
एक दिन, उसके दादी उसके पास आईं और उन्होंने उसे एक जादुई सोने के कंगन दिए। ये कंगन वाकई बेहद खूबसूरत थे और उनमें एक विशेष जादू था। दादी ने नामकरण से बताया कि वो कंगन उसे सदैव सजीव रखने की कला रखते हैं।
नामकरण खुशी खुशी उन कंगनों को पहनने लगी, लेकिन उसने दादी की सीख नहीं सुनी और एक दिन वो उन कंगनों को जंगल में खो दिया। वह बिल्कुल ही विचलित हो गई और उसने रोते हुए दादी के पास जाकर सबकुछ बता दिया।
Jadui Sone Ke Kangan Ki Kahani | सोने के कंगन की जादुई कहानी
दादी ने उसे समझाया कि जिस कंगन को वह जंगल में छोड़ दी है, वह अच्छे दिलवाले लोगों के पास पहुँचेगा और वह उसे वापस देंगे। इसके बाद, वे एक साथ मिलकर वो कंगन ढूँढने गए और वाकई, एक अच्छे दिलवाले लड़के ने उसे वापस दिया।
इस घटना से नामकरण ने सिखा कि दादी की सलाह का मानना कितना महत्वपूर्ण होता है और जिन चीजों को हमें समय पर समझना चाहिए, वे हमारे जीवन में आने वाले मुद्दों को सहायता कर सकते हैं।
इसके बाद से,
नामकरण ने हमेशा दादी की बातों का पालन किया और वह खुश रहकर अच्छे कामों में लगी।