एक समय की बात है, जंगल में एक हाथी और एक बंदर रहते थे। हाथी बड़ा और शानदार था, जबकि बंदर छोटा और चुटकुला करने वाला था। हाथी हमेशा धैर्य से काम लेता था, जबकि बंदर बहुत ही चालाक था।
एक दिन, जंगल में एक बड़ा समस्या हुई। एक शेर आया और सभी जानवरों को खतरे में डाल दिया। हाथी ने सभी को एकत्र करने का निर्णय किया और बंदर से मदद मांगी। बंदर ने चालाकी से एक योजना बनाई।
Hathi Aur Bandar Ki Dosti | हाथी और बंदर |पंचतंत्र की कहानी
उनका प्लान था कि हाथी अपनी बड़ी सी आँखों का उपयोग करके शेर की गतिविधियों को देखेगा और बंदर शेर के पास जाकर उसकी ध्यान बहकर जंगल को बचाएगा।हाथी ने बंदर की सुनी और उन्होंने यह योजना क्रियान्वित की।
हाथी ने ऊँचे स्थान से शेर की गतिविधियों को देखा और बंदर ने शेर के पास जाकर उसका ध्यान बहकर उसे बहुत दूर ले जाया।शेर ने देखा कि उसकी योजना फेल हो गई है और वह भागता हुआ हाथी की ओर आया।
हाथी ने अपनी बड़ी सी आँखों से शेर को देखा और उसने तेजी से भागते हुए शेर को एक और दिशा में भगाया।इसके बाद, हाथी और बंदर ने मिलकर शेर को हराया और जंगल को सुरक्षित बनाया।
Hathi Aur Bandar Ki Dosti | हाथी और बंदर |पंचतंत्र की कहानी
उनकी मिलकर की हुई मेहनत ने सभी जानवरों को खुशी और सुरक्षा महसूस कराई।
इसके बाद से, हाथी और बंदर का दोस्ती बना रहा और वे साथ में जंगल की सुरक्षा में मदद करते रहे।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है
कि अगर हम मिलकर काम करते हैं, तो किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं और एक मिलनसर दृष्टिकोण से हर समस्या का समाधान निकाल सकते हैं।