लालची कुत्ते की कहानी
एक समय की बात है, एक छोटा सा कुत्ता अपने मालिक के घर में रहता था।
कुत्ता बहुत ही प्यारा और निष्ठावान था, लेकिन उसमें एक बहुत बड़ी कमी थी – वह बहुत ही लालची था।
एक दिन, मालिक ने घर में एक बड़ा सा मांस का टुकड़ा रखा और किसी काम से बाहर चला गया।
कुत्ता मांस के टुकड़े को देख कर बहुत खुश हुआ। उसने सोचा, “अगर मैं इस मांस को खा लूँ, तो मुझे बहुत स्वादिष्ट भोजन मिलेगा।”
वह मांस के टुकड़े को उठाकर भागा और एक सुनसान जगह पर जाकर खाने लगा।मांस खाते समय, कुत्ते ने देखा कि नदी का पुल सामने से गुजर रहा था।
पुल के नीचे पानी बह रहा था। कुत्ते को एक और मांस का टुकड़ा पानी में दिखा, और वह सोचने लगा, “अगर मुझे यह मांस का टुकड़ा भी मिल जाए, तो मेरी खुशी दोगुनी हो जाएगी।”
कुत्ता मांस का टुकड़ा मुंह में लेकर पानी में कूद पड़ा, लेकिन जैसे ही उसने पानी में मांस को देखा, वह उसे पकड़ने के लिए और ज़्यादा जोर से कुतरने लगा।
लेकिन पानी में उसके मुंह से पहले वाला मांस का टुकड़ा गिर गया। कुत्ता बहुत नाराज हुआ, लेकिन अब कुछ भी नहीं कर सकता था। उसकी लालच ने उसे दोनों मांस के टुकड़ों से वंचित कर दिया।
कहानी का Moral: लालच बुरी बला है।