तीन बकरे भाई ग्रफ्फ की कहानी | The Three Billy Goats Gruff Story In Hindi

तीन बकरे भाई ग्रफ्फ की कहानी

बहुत समय पहले की बात है, एक पहाड़ की तलहटी में तीन बकरे भाई रहते थे। उनके नाम थे – छोटा ग्रफ्फ, मंझला ग्रफ्फ और बड़ा ग्रफ्फ। वे तीनों भाई एक छोटी सी नदी के किनारे घास चरते थे।

समस्या

एक दिन, उन्होंने देखा कि नदी के उस पार हरी-भरी घास का मैदान है। लेकिन नदी पर बने पुल के नीचे एक खतरनाक और गुस्सैल दैत्य (ट्रोल) रहता था। वह हर किसी को पुल पार करने से रोकता था।

छोटे ग्रफ्फ का प्रयास

सबसे पहले, छोटे ग्रफ्फ ने हिम्मत की और पुल पार करने के लिए आगे बढ़ा। जैसे ही वह पुल पर चढ़ा, दैत्य गरजते हुए बाहर निकला।”तुम कौन हो? मैं तुम्हें खा जाऊँगा!” दैत्य चिल्लाया।छोटे ग्रफ्फ ने कहा, “मुझे मत खाओ! मैं बहुत छोटा हूँ। मेरे पीछे मेरा बड़ा भाई आ रहा है। वह ज्यादा स्वादिष्ट होगा।”दैत्य ने सोचा और छोटे ग्रफ्फ को जाने दिया।

मंझले ग्रफ्फ का प्रयास

अब मंझला ग्रफ्फ पुल पर चढ़ा। दैत्य फिर से बाहर निकला और बोला, “तुम कौन हो? मैं तुम्हें खा जाऊँगा!”मंझले ग्रफ्फ ने चतुराई से कहा, “मुझे मत खाओ! मेरे पीछे मेरा बड़ा भाई आ रहा है। वह मुझसे भी बड़ा और मोटा है।”दैत्य ने सोचा और उसे भी जाने दिया।

बड़े ग्रफ्फ का सामना

अब बड़े ग्रफ्फ की बारी थी। जैसे ही वह पुल पर चढ़ा, दैत्य गुस्से से चिल्लाया, “अब मैं तुम्हें नहीं छोड़ूँगा!”लेकिन बड़े ग्रफ्फ ने अपनी ताकत दिखाई। उसने अपने बड़े-बड़े सींगों से दैत्य को पुल से नीचे फेंक दिया। दैत्य नदी में गिरा और तेज बहाव में बह गया।

अंत

तीनों भाई खुशी-खुशी नदी के उस पार पहुंचे और हरी-भरी घास का आनंद लिया। वे जानते थे कि अब उन्हें कभी भी उस खतरनाक दैत्य से डरने की जरूरत नहीं है।शिक्षा:

इस कहानी से हमें सिखने को मिलता है कि हिम्मत और चतुराई से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान किया जा सकता है।