1. गुरु पूर्णिमा हिन्दू धर्म में गुरु के प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करने का पावन पर्व है।
2. यह पर्व आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
3. इस दिन महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था, जिन्होंने वेदों का संकलन किया।
4. गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरु को श्रद्धा के साथ पूजते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
5. यह दिन गुरु-शिष्य परंपरा की महत्ता को समझाने का प्रतीक है।
6. इस अवसर पर विद्यालयों और आश्रमों में विशेष पूजा और सत्संग का आयोजन किया जाता है।
7. गुरु हमें अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं।
8. इस दिन लोग अपने जीवन में गुरु के महत्व को पहचानते हैं और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
9. गुरु पूर्णिमा न केवल धार्मिक बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में मार्गदर्शन की प्रेरणा देती है।
10. यह पर्व हमें विनम्रता, अनुशासन और आदर जैसे गुणों को अपनाने की प्रेरणा देता है।