1. मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है।
2. यह हिजरी कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है।
3. मुहर्रम को शोक और इबादत के महीने के रूप में माना जाता है।
4. यह खास तौर पर इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में मनाया जाता है।
5. कर्बला की लड़ाई में इमाम हुसैन ने सत्य और इंसाफ के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
6. शिया मुस्लिम इस दिन मातम मनाते हैं और ताजिया निकालते हैं।
7. सुन्नी मुस्लिम भी इस दिन रोजा रखते हैं और इबादत करते हैं।
8. मुहर्रम का 10वां दिन, जिसे “आशूरा” कहा जाता है, विशेष महत्व रखता है।
9. यह दिन बलिदान, त्याग और धर्म के प्रति निष्ठा का प्रतीक है।
10. मुहर्रम हमें सत्य, न्याय और सहिष्णुता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।