1. गुरु नानक जयंती सिख धर्म के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है।
2. इसे “गुरुपर्व” या “प्रकाश पर्व” भी कहा जाता है।
3. यह कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक महीने की पूर्णिमा होती है।
4. गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म की नींव रखी और सत्य, सेवा, और समानता के संदेश दिए।
5. इस दिन गुरुद्वारों में विशेष प्रार्थनाओं और कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
6. “अखंड पाठ” का आयोजन किया जाता है, जिसमें लगातार गुरुग्रंथ साहिब का पाठ होता है।
7. गुरुद्वारों में लंगर (मुफ्त सामुदायिक भोजन) का आयोजन किया जाता है, जहां सभी लोग बिना भेदभाव के भोजन करते हैं।
8. सुबह प्रभात फेरियां निकाली जाती हैं, जिसमें सिख श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते हुए शामिल होते हैं।
9. गुरु नानक देव जी ने भाईचारा, धार्मिक सहिष्णुता और मानवता की शिक्षा दी।
10. गुरु नानक जयंती का संदेश है कि हम प्रेम, सेवा, और सच्चाई के रास्ते पर चलें।