बर्फ की रानी की कहानी –
पहली कहानी: आईना और उसके टुकड़ेएक समय की बात है, एक दुष्ट जादूगर था जिसे शैतान भी कहा जाता था। उसने एक जादुई आईना बनाया, जो सब कुछ बुरा और कुरूप दिखाता था।
सुंदर दृश्य इस आईने में बदसूरत नजर आते थे और अच्छे लोग डरावने। यह आईना बहुत शक्तिशाली था और उसने लोगों के मन में नफरत और द्वेष भर दिया।शैतान के शिष्य इस आईने को लेकर दुनिया भर में घूमते रहे, और अंततः उन्होंने इसे स्वर्ग तक ले जाने का निश्चय किया।
लेकिन जैसे ही वे स्वर्ग के करीब पहुंचे, आईना उनके हाथ से छूट गया और नीचे धरती पर आ गिरा। गिरते ही आईना हजारों लाखों टुकड़ों में बंट गया। ये टुकड़े पूरी दुनिया में फैल गए और जिसने भी इनमें से एक टुकड़ा देखा, उसका मन बुराई और नफरत से भर गया।
इन टुकड़ों में से कुछ कांच के टुकड़े लोगों की आंखों में चले गए, जिससे उन्हें हर चीज बुरी और कुरूप दिखने लगी। कुछ टुकड़े उनके दिलों में चले गए, जिससे उनके दिल पत्थर जैसे सख्त हो गए।
इस तरह, शैतान की दुष्टता ने दुनिया में हर जगह अराजकता फैला दी।एक छोटे से गाँव में, दो प्यारे बच्चे, काई और गर्डा, रहते थे। वे एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त थे और साथ में बहुत खुश रहते थे।
लेकिन दुर्भाग्य से, एक दिन काई की आंखों और दिल में भी इस जादुई आईने के टुकड़े चले गए। अब उसे हर चीज बुरी और कुरूप लगने लगी और उसका दिल ठंडा और कठोर हो गया।काई के बदलते व्यवहार से गर्डा बहुत दुखी हो गई।
एक दिन, बर्फ की रानी, जिसने इस जादुई आईने के प्रभाव को देखा था, काई को अपने बर्फीले महल में ले गई। बर्फ की रानी ने काई को अपने महल में कैद कर लिया, जहाँ उसका दिल और भी ठंडा हो गया।
गर्डा ने काई को ढूंढ़ने का संकल्प लिया और वह अपनी यात्रा पर निकल पड़ी। उसने हर जगह काई को ढूंढ़ा, लेकिन वह कहीं नहीं मिला।
गर्डा ने हार नहीं मानी और अंततः वह बर्फ की रानी के महल तक पहुंच गई।इस पहली कहानी में,
हमें यह जानने को मिलता है कि कैसे शैतान के जादुई आईने ने काई और अन्य लोगों की जिंदगियों को बर्बाद कर दिया।
गर्डा की खोज और उसकी सच्ची दोस्ती की परीक्षा अभी बाकी है, जिसे हम अगली कहानियों में जानेंगे।