अलिफ लैला –
सिंदबाज जहाजी की कहानी एक प्रसिद्ध और रोमांचक कहानी है, जो “हजारों रातों की कहानियों” (Arabian Nights) में से एक है। सिंदबाज जहाजी, जो एक साहसी और बहादुर नाविक था, अपनी यात्राओं में कई अद्भुत और खतरनाक परिस्थितियों का सामना करता है।सिंदबाज जहाजी की सात यात्राएँ:
1. पहली यात्रा: सिंदबाज अपने साथियों के साथ व्यापारिक यात्रा पर निकलता है, लेकिन एक तूफान में फंसकर वे एक निर्जन द्वीप पर पहुँच जाते हैं। यहाँ वे एक विशाल समुद्री जीव, जिसे एक व्हेल समझते हैं, के ऊपर होते हैं, लेकिन बाद में उन्हें पता चलता है कि वह एक विशाल व्हेल है। सिंदबाज अपनी चतुराई से उस खतरे से बच निकलता है।
2. दूसरी यात्रा: दूसरी यात्रा में सिंदबाज एक और द्वीप पर पहुँचता है जहाँ विशालकाय आदमियों का वास होता है। इन आदमियों से बचने के लिए उसे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अंततः वह वहाँ से धन प्राप्त करके बगदाद वापस लौटता है।
3. तीसरी यात्रा: तीसरी यात्रा में, सिंदबाज एक ऐसे द्वीप पर पहुँचता है जहाँ एक विशाल पक्षी, रुख़, का निवास होता है। वह रुख़ से बचकर वहाँ से अपनी जान बचाता है और साथ ही ढेर सारा खजाना भी ले आता है।
4. चौथी यात्रा: चौथी यात्रा में सिंदबाज को एक ऐसे द्वीप पर भेजा जाता है जहाँ उसे अजूबे जीव और खतरनाक स्थानों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अपनी साहसिकता और विवेक से वह सारी समस्याओं को हल कर लेता है।
5. पाँचवीं यात्रा: सिंदबाज इस यात्रा में एक विशालकाय मानवों की जाति से मिलता है और कई तरह की खतरनाक परिस्थितियों का सामना करता है। लेकिन उसकी बहादुरी और चतुराई से वह फिर से सुरक्षित लौट आता है।
6. छठी यात्रा: इस यात्रा में, सिंदबाज एक ऐसे स्थान पर पहुँचता है जहाँ लोग समुद्र के नीचे रहते हैं। वह यहाँ पर कई अद्भुत और खतरनाक जीवों से लड़ता है, लेकिन वह फिर भी जीवित लौटता है और एक नई संपत्ति के साथ वापस आता है।
7. सातवीं यात्रा: अपनी अंतिम यात्रा में, सिंदबाज एक प्राचीन द्वीप पर पहुँचता है जहाँ वह खजाने और खतरों से भरे पुराने किलों में फंस जाता है। लेकिन अपनी चतुराई और साहस से वह सभी खतरों से बाहर निकलता है और अपनी यात्रा समाप्त करता है।सिंदबाज जहाजी की ये यात्राएँ साहस, धैर्य और चतुराई का प्रतीक मानी जाती हैं। उनकी कहानियाँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और रोमांचक यात्रा की दुनिया में ले जाती हैं।