Aasman Ki Sair || आसमान की सैर

लेट करसारा और मरियम आसमान की सैर करने के लिए आज घर से निकले हैं |

उन्होंने देखा दूर दूर तक फैला हुआ नीला आसमान ! ………….. और वहां पर ठंडी ठंडी हवाएं चल रही थी जगमग आ रहे थे आसमान में बहुत सारे सितारे | सारा और मरियम ने देखा कहीं कहीं पर बादल नजर आ रहे थे जैसे कि मानो लग रहा हो नरम नरम गद्दा की तरह |

वहां पर दोनों को एक छोटा भालू मिला | उस भालू का नाम छुटकू था | छुटकू बहुत बुद्धिमान था | वह हर समय पढ़ाई करता रहता था | उसके हाथ में हर टाइम एक किताब रहती और वह रात में भी रात में भी धूप का चश्मा लगाता था | सारा और मरियम दोनों उससे मिलकर बहुत खुश हुई | छुटकू भालू ने उनको तीन किताबें दी | उन किताबों में बहुत अच्छी अच्छी कहानियां थी |

मरियम और सारा दोनों आसमान की सैर करते-करते बहुत थक चुके थे | इसलिए उन्होंने सोचा क्यों ना हम भी इन पर लेट कर कहानियां पढ़ते हैं | दोनों ने देखा बादलों के गधों में सितारे दंगे हुए थे | सितारे बहुत ही जगमग आ रहे थे | यह किताब कहानियों की सारा के हाथ में थी और दूसरी किताब मरियम के हाथ में थी | दोनों किताब पढ़ कर बहुत खुश हो रहे थे और जो तीसरी थी वह छुटकू के हाथ में थी |

वह आपस में शरारते कर रहे थे एक दूसरे की किताब को पीछे से खींच रहे थे एक दूसरे के साथ वह बहुत मस्ती कर रहे थे | उनके साथ में वह छूट का भालू रात में धूप का चश्मा लगाकर किताबें पढ़ रहा था और कहानियों का मजा ले रहा था |

दोस्तों बड़ी हंसी की बात है कि क्या कोई रात में भी धूप का चश्मा लगाकर किताबें पढ़ता है अगर आप पढ़ते हैं तो मुझे कमेंट करके जरूर बताएं |