**जंगल की मज़ेदार कहानी – बीस रूपये के चीकू**
एक बार की बात है, एक जंगल में एक चीकू का पेड़ था। पेड़ पर बहुत सारे चीकू लगे हुए थे। एक दिन, एक गधा जंगल में घूम रहा था।
उसे भूख लगी तो उसने चीकू के पेड़ पर चढ़कर एक चीकू खा लिया। चीकू बहुत स्वादिष्ट था। गधे ने सोचा, “अगर एक चीकू इतना स्वादिष्ट है, तो पूरे पेड़ के चीकू कितने स्वादिष्ट होंगे!”गधा ने पूरे पेड़ के सारे चीकू खा लिए। चीकू इतने स्वादिष्ट थे कि गधा का पेट भर गया।
Bacchon Ki Kahani | Beesh Rupya ka Chuku
वह पेड़ से नीचे उतरकर जंगल में घूमने लगा।कुछ देर बाद, एक खरगोश जंगल में घूम रहा था। उसे गधे की भूख की आवाज़ सुनाई दी।
खरगोश गधे के पास गया और पूछा, “भैया, तुम्हें क्या हुआ?”गधा ने कहा, “मैंने एक चीकू खा लिया और मेरा पेट भर गया।”खरगोश ने कहा, “तुमने एक चीकू खाया और तुम्हारा पेट भर गया?
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सचमुच?“गधे ने कहा, “हाँ, सचमुच। चीकू बहुत स्वादिष्ट थे।”खरगोश ने कहा, “तो मुझे भी एक चीकू खिलाओ।”गधे ने खरगोश को एक चीकू दिया। खरगोश ने चीकू खाया और कहा, “सचमुच, चीकू बहुत स्वादिष्ट हैं।
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“खरगोश और गधा ने मिलकर पूरे पेड़ के चीकू खा लिए। वे दोनों बहुत खुश थे।उस दिन के बाद, गधा और खरगोश अक्सर चीकू के पेड़ पर चढ़कर चीकू खाते थे।
वे दोनों अच्छे दोस्त बन गए।
**कहानी का नैतिक:**
चीकू बहुत स्वादिष्ट होते हैं।
दोस्ती कीमती है।