Bhootiya Ped Story In Hindi | भूतिया पेड़ | भूत की कहानी
भूतिया पेड़
एक छोटे से गांव में, जो घने जंगलों से घिरा हुआ था, एक भूतिया पेड़ खड़ा था। वह पेड़ बड़े ही अजीब और रहस्यमयी दिखता था। लोगों का कहना था कि इस पेड़ में रात के समय अजीब-अजीब आवाजें आती थीं और वहां रुहानी घटनाएं घटने लगी थीं।
गांव के लोग उस पेड़ की तरफ से देखने में काफी डरते थे। उनकी खासियत थी कि वे रात के समय कभी भी उस पेड़ के पास नहीं जाते थे। गांव के बच्चे तो उस पेड़ की कहानियों से डर के मारे अच्छे से नहीं सो पाते थे।
Bhootiya Ped Story In Hindi | भूतिया पेड़ | भूत की कहानी
एक दिन, गांव में एक युवक आया। वह युवक उत्साही और निरंतरता से सभी की कहानियों को मानता नहीं था। उसने सोचा कि वह इस रहस्यमयी पेड़ को खोजेगा और उसकी सच्चाई को साबित करेगा।
युवक ने जंगल में कई रोज गुजारे, लेकिन किसी भी अजीब घटना का सामना नहीं किया। लोगों ने उससे जानकारी छिपाने की कोशिश की, लेकिन वह न तो उनकी बातों में आया और न ही डर के मारे वापस लौट गया।
Bhootiya Ped Story In Hindi | भूतिया पेड़ | भूत की कहानी
एक रात, युवक ने तय किया कि वह पूरी रात उस पेड़ के पास बिताएगा, चाहे जैसा भी हो। जब रात का समय आया, तो युवक ने एक टॉर्च लाइट और जैकेट लेकर पेड़ की तरफ बढ़ने लगा।
पेड़ के पास पहुंचकर, उसने अपनी टॉर्च लाइट को पेड़ के ऊपर दिशा में लागाया। तभी वह देखा कि पेड़ की छाँव में कुछ चेहरे दिखाई दिए। युवक की धड़कन तेज हो गई, लेकिन वह नहीं हारा।
Bhootiya Ped Story In Hindi | भूतिया पेड़ | भूत की कहानी
धीरे-धीरे, वह पेड़ के पास आया और उसने धीरे से पेड़ की छाँव में आवाज सुना, “कौन है वह? क्या तुमने सचमुच मेरी सच्चाई की खोज में आने का निर्णय किया है?”
युवक ने उस आवाज का सामना किया और कहा, “हां, मैंने आपकी सच्चाई की खोज में आने का निर्णय किया है। मुझे आपकी कहानी जाननी है।” उस आवाज ने फिर से कहा, “मेरी कहानी तभी साझा करूँगा जब तुम मेरी बातों को बिना डरे सुनोगे।”
Bhootiya Ped Story In Hindi | भूतिया पेड़ | भूत की कहानी
फिर, पेड़ ने अपनी कहानी सुनाई –
एक समय की बात है, मैं एक आम पेड़ था, जो इस जगह पर खड़ा था। लोग मुझे ध्यान नहीं देते थे, लेकिन एक दिन मैं गहरे सोच में पड़ गया। मैंने अपनी शाखाओं में अनेक सालों तक मेहनत की और अच्छे फल देने लगे।
लोगों ने मेरे फल की मौजूदगी में रुचि दिखाई और उन्होंने मुझे सम्मान देने लगा। लेकिन वक्त के साथ, लोगों की रुचि कम हो गई और उन्होंने मुझे भूतिया और दरावना मान लिया। मेरे फूलों की खुशबू के बजाय, उन्होंने मुझे डर की आवाजें सुनाई देने लगी।
Bhootiya Ped Story In Hindi | भूतिया पेड़ | भूत की कहानी
युवक ने पेड़ की कहानी सुनकर समझा कि यह भूतिया पेड़ असल में एक सामान्य पेड़ ही है, जिसे लोगों ने अपने भय की वजह से दरावना बना दिया। यह कहानी उस युवक के दिल में एक नई दिशा की ओर एक कदम बढ़ाने में मदद करी।
वह लोगों को यह सिखाने की कोशिश करता रहा कि हमें अपने भय को पार करके सच्चाई की तरफ आगे बढ़ना चाहिए। भय के पीछे छिपी सच्चाई को जानकर हम सच्चाई के रास्ते पर चल सकते हैं।
Bhootiya Ped Story In Hindi | भूतिया पेड़ | भूत की कहानी
इस घटना से युवक ने सिखा कि हमें अपने दर को पार करने की क़बिलियत और हिम्मत होनी चाहिए। भय और रहस्य के पीछे छिपी सच्चाई को समझने से हम आत्म-समर्पण और आत्म-विकास की दिशा में बढ़ सकते हैं।