चूहा और बिल्ली की कहानी
एक गाँव में एक छोटी सी बिल्ली और एक चतुर चूहा रहते थे। बिल्ली हमेशा चूहे को पकड़ने की कोशिश करती, लेकिन चूहा अपनी चालाकी से हर बार बच निकलता।
एक दिन बिल्ली ने सोचा, “इस चूहे को पकड़ने के लिए मुझे कुछ नया करना होगा।” उसने एक योजना बनाई। उसने रसोई में एक कोने में दूध का कटोरा रख दिया और खुद छुपकर बैठ गई।
चूहे ने दूर से देखा कि बिल्ली कहीं नजर नहीं आ रही है और दूध रखा हुआ है। उसने सोचा, “यह अच्छा मौका है, चलो दूध पी लेते हैं।”
वह धीरे-धीरे कटोरे के पास पहुंचा।जैसे ही चूहा दूध पीने लगा, बिल्ली झपट कर उसे पकड़ने के लिए दौड़ी। लेकिन चूहा बहुत चालाक था।
वह तुरंत कटोरे के दूसरी तरफ से भाग गया और एक छोटे से सुराख में छिप गया।बिल्ली को खाली हाथ लौटना पड़ा। चूहा अपनी समझदारी और तेज़ी से बच गया।
सीख: बुद्धिमानी और सावधानी से बड़ी से बड़ी मुसीबत को भी टाला जा सकता है।