Do Sir Wala Julaha / दो सिर वाला जुलाहा / पंचतंत्र की कहानी:
एक समय की बात है, गाँव में एक दो सिर वाला जुलाहा रहता था।
उसका नाम रामु था। रामु को जन्म से ही दो सिर थे, लेकिन वह बहुत निराश नहीं हुआ करता था।रामु की मेहनत और आत्मविश्वास ने उसे गाँव के लोगों के बीच मशहूर बना दिया।
वह बहुत ही कुशलता से रेशमी कपड़े बनाता था। उसका काम इतना सुंदर और कला से भरपूर था कि लोग उसकी बुनाई में रूचि लेते थे।
रामु ने दोनों सिरों का उपयोग अपनी कला में करना सीख लिया था, जिससे उसका काम दूसरों से अलग था।
उसकी कला ने उसे गाँव के पास ही नहीं, बल्कि दूर-दूर तक मशहूर बना दिया।
रामु ने अपनी मेहनत और संघर्ष से यह सिद्ध कर दिया कि किसी के पास जिंदगी में कितने भी संघर्ष क्यों ना हों,
अगर आपमें मेहनत और आत्मविश्वास हो, तो आप किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।