एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में, जहाँ बकरियाँ और सियार एक-दूसरे के साथ लड़ते रहते थे।
गाँव के लोग इसे रोजाना देखते थे, और यह लड़ाई गाँव के लोगों के लिए एक मनोरंजन का स्रोत बन चुकी थी।
एक दिन, एक बड़ा सियार गाँव के पास आया और बकरियों को चढ़ाई करने लगा।
बकरियों ने इसका जवाब दिया और उनकी बचाव की कोशिश की, लेकिन यह सियार बहुत बड़ा और मजबूत था।
इस लड़ाई में बकरियों को कई चोटें आईं, और वे अब अपने आप को समर्थ साबित नहीं कर पा रही थीं।
इस समय, एक बुद्धिमान बकरी ने सोचा कि वे एक-दूसरे के साथ मिलकर इस सियार से निपट सकते हैं।
उसने गाँव के बाकी बकरियों को इस विचार का साथ दिया, और वे सब मिलकर सियार के खिलाफ एक मिली भगत बनाई।जब सियार देखा कि बकरियाँ एक हो गई हैं, तो उसका हौसला टूट गया।
वह अकेला खड़ा होकर बकरियों का सामना नहीं कर सकता था, और उसने वापस दौड़कर भाग लिया।
इससे, उस समय के बाद, गाँव के बकरियों और सियारों के बीच एक नई समझौता हो गया। वे एक-दूसरे का साथ देने लगे और गाँव की सुरक्षा में मदद करने लगे।
इससे गाँव का वातावरण भी बेहतर हो गया, और बकरियों और सियारों के बीच एक नई मित्रता की शुरुआत हुई।