मेंढक और चूहा (लघु कथा)
एक बार एक मेंढक और चूहा दोस्त थे। चूहा मेंढक से तालाब में घूमने की जिद करता। मेंढक ने उसे रस्सी से बाँधकर पानी में ले जाने की सोची। पानी में चूहा तैर नहीं सका और डूबने लगा।तभी एक चील ने चूहे को देखा और झपट्टा मारकर उसे पकड़ लिया।
चूहे के साथ मेंढक भी रस्सी से बंधा था, इसलिए वह भी चील का शिकार बन गया।
शिक्षा:मूर्खता और लालच से दूसरों के साथ-साथ खुद का भी नुकसान होता है।