Panchatantra Story for kids : Greedy Sweet Seller Story In Hindi

Panchatantra Story for kids : Greedy Sweet Seller Story In Hindi

बार की बात है,

एक मिठाई विक्रेता था जो बहुत लालची था। वह हमेशा अपने ग्राहकों को कम मिठाई देता था और अधिक पैसे लेता था।

Panchatantra Story for kids : Greedy Sweet Seller Story In Hindi

एक दिन, एक ग्राहक ने उससे पूछा कि वह इतना लालची क्यों है। मिठाई विक्रेता ने कहा, “मैं जितना अधिक पैसा कमाऊंगा, उतना ही अधिक खुश रहूंगा।”ग्राहक ने कहा, “लेकिन तुम्हारे पास पहले से ही बहुत पैसा है। तुम उससे खुश नहीं हो?”मिठाई विक्रेता ने कहा, “नहीं। मैं हमेशा और अधिक चाहता हूं।”ग्राहक ने कहा, “लेकिन तुम और अधिक पैसा कमाकर खुश नहीं हो पाओगे। खुशी पैसों में नहीं होती है।”मिठाई विक्रेता ने ग्राहक की बात नहीं सुनी। वह सिर्फ और अधिक पैसा कमाने के बारे में सोचता था।

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Panchatantra Story for kids : Greedy Sweet Seller Story In Hindi

एक दिन, मिठाई विक्रेता को एक जादूगर मिला। जादूगर ने कहा कि वह उसे एक ऐसी मिठाई देगा जो उसे बहुत खुश कर देगी। मिठाई विक्रेता बहुत खुश हुआ। उसने जादूगर को बहुत सारा पैसा दिया और मिठाई ले ली।मिठाई विक्रेता ने मिठाई को एक कमरे में रख दिया और दरवाजा बंद कर लिया। वह मिठाई को किसी और को नहीं खाना चाहता था। वह चाहता था कि वह अकेले ही सारी मिठाई खाए।मिठाई विक्रेता मिठाई के सामने बैठ गया और उसे खाने लगा। वह बहुत खुश था। उसने कभी इतनी स्वादिष्ट मिठाई नहीं खाई थी।

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वह मिठाई खाता रहा और खाता रहा।लेकिन जितना अधिक वह मिठाई खाता था, उतना ही अधिक वह मोटा होता जाता था। जल्द ही, वह इतना मोटा हो गया कि वह कमरे से बाहर नहीं निकल सका। वह दरवाजे में फंस गया।मिठाई विक्रेता को बहुत पछतावा हुआ। उसने महसूस किया कि पैसा खुशी नहीं लाता है।

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उसने यह भी महसूस किया कि लालच बुरी चीज है।मिठाई विक्रेता ने अपने सभी पैसे गरीबों में बाँट दिए और मिठाई को सबको खाने के लिए दे दी। वह फिर कभी लालची नहीं हुआ। वह जान गया था कि खुशी पैसों में नहीं, बल्कि अच्छे कामों में होती है।

Moral of the story: Greed is a bad thing. It can lead to unhappiness and make us do bad things. We should be happy with what we have and not always strive for more.