कौवा और उल्लू की कहानी
एक घने जंगल में कौवा और उल्लू रहते थे। कौवा दिनभर इधर-उधर उड़ता और खाने की तलाश में लगा रहता। वहीं उल्लू दिन में सोता और रात में जागता। दोनों के समय अलग-अलग होने के कारण उनकी आपस में कभी खास बातचीत नहीं होती थी।
एक दिन कौवे ने उल्लू से पूछा, “उल्लू भाई, तुम दिन में क्यों नहीं जागते? दुनिया की सारी खूबसूरती और मज़े दिन में ही तो हैं।”उल्लू मुस्कुराया और बोला, “कौवे भाई, हर किसी की अपनी प्रकृति और समय होता है। मैं रात में जागता हूँ क्योंकि मुझे अंधेरे में चीज़ें साफ़ दिखती हैं। तुम दिन में उड़ते हो क्योंकि तुम्हें रोशनी की जरूरत है। यह प्रकृति का नियम है।”कौवे ने सोचा कि उल्लू की बात में सचाई है।
हर किसी की अपनी जगह और महत्व होता है। तभी से दोनों ने एक-दूसरे की आदतों को समझा और सम्मान किया।
शिक्षा:हर किसी की अपनी विशेषता और महत्व होता है। हमें दूसरों की प्रकृति और आदतों का सम्मान करना चाहिए।