मोगली की कहानी (जंगल बुक)
मोगली एक छोटे से बच्चे की कहानी है, जो जंगल में भटक जाता है और वहां जंगली जानवरों के बीच पाला जाता है। यह कहानी रुडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध किताब “जंगल बुक” से ली गई है।कहानी का आरंभमोगली एक छोटे से गांव का बच्चा था। एक दिन, जब वह बहुत छोटा था, शेर खान नामक खूंखार बाघ ने उसके परिवार पर हमला कर दिया। मोगली के माता-पिता उसे बचाने के लिए उसे जंगल में छोड़कर भाग गए। वहां भेड़ियों का एक झुंड उसे पाता है।
भेड़िया परिवार का प्यार
भेड़िया परिवार ने मोगली को अपनाया और उसे अपने बच्चे की तरह पाला। मोगली का बचपन जंगल के नियमों को सीखते हुए बीता। बालू (भालू) और बघीरा (काला तेंदुआ) मोगली के सबसे अच्छे दोस्त बन गए। बालू ने मोगली को जंगल के गीत और मस्ती करना सिखाया, जबकि बघीरा ने उसे आत्मरक्षा और सतर्क रहने की शिक्षा दी।
शेर खान का खतरा
जंगल में शेर खान मोगली का सबसे बड़ा दुश्मन था। वह हमेशा मोगली को मारने की फिराक में रहता था, क्योंकि उसे इंसानों से नफरत थी।गांव लौटने का निर्णयजैसे-जैसे मोगली बड़ा हुआ, उसे समझ आया कि वह जंगल का हिस्सा नहीं है। एक दिन, शेर खान ने मोगली और उसके दोस्तों पर हमला कर दिया। मोगली ने अपनी चतुराई और हिम्मत से शेर खान को हराया। इसके बाद, वह जानता था कि उसे गांव लौटना होगा, क्योंकि इंसानों की दुनिया ही उसकी असली जगह थी।
शिक्षा
मोगली की कहानी हमें सिखाती है कि हिम्मत और सच्चाई से हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। यह कहानी मानव और प्रकृति के बीच के रिश्ते को भी दर्शाती है।जंगल बुक आज भी बच्चों और बड़ों के बीच बहुत लोकप्रिय है, क्योंकि यह दोस्ती, साहस और प्यार की अद्भुत कहानी है।