श्री कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की कहानी | Shri Krishna Govardhan Parvat in Hindi

श्री कृष्ण गोवर्धन पर्वत से जुड़ी कथा और महत्व हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित एक पौराणिक घटना है। गोवर्धन पर्वत ब्रज क्षेत्र (मथुरा, उत्तर प्रदेश) में स्थित है और इसे भगवान कृष्ण द्वारा अपने छोटे अंगुली पर उठाने की घटना के कारण पूजा जाता है।

गोवर्धन पर्वत कथा:जब इंद्र देव ने गोकुल वासियों पर भारी बारिश का कहर बरसाया, तब भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठा लिया। उन्होंने गोकुलवासियों को आदेश दिया कि वे इस पर्वत के नीचे शरण लें। सात दिनों तक लगातार बारिश के बावजूद, भगवान ने गोवर्धन पर्वत को उठाए रखा और सभी की रक्षा की।

इस घटना के बाद गोकुलवासियों ने इंद्र की पूजा करना छोड़कर गोवर्धन पर्वत की पूजा करनी शुरू कर दी।गोवर्धन पूजा:हर साल दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। इस दिन गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा की जाती है। भक्त गोवर्धन परिक्रमा करते हैं और भगवान कृष्ण के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं।

धार्मिक महत्व:गोवर्धन पर्वत न केवल भगवान कृष्ण की शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह प्रकृति और पर्यावरण के महत्व को भी दर्शाता है। यह पर्वत हमें यह सिखाता है कि मानव को प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए और उसे आदर देना चाहिए।