अलिफ लैला – दरियाबार की शहजादी की कहानी एक प्रसिद्ध हिंदी और उर्दू लोककथा है, जो “अलिफ लैला और 1001 रातें” (Arabian Nights) का हिस्सा मानी जाती है।
यह कहानी एक शहजादी के साहस और बहादुरी की है, जो एक जादुई दुनिया में फंसी हुई होती है।कहानी के अनुसार, दरियाबार नामक एक शहजादी अपने राजा पिता के राजमहल में रहती है।
एक दिन उसे एक रहस्यमयी जादूगर द्वारा बंदी बना लिया जाता है और उसे एक जादुई संसार में भेज दिया जाता है। शहजादी को अपने जादुई क़ैद से मुक्ति पाने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
इस कहानी में शहजादी की समझदारी, साहस, और कठिन परिस्थितियों में हिम्मत से लड़ने की ताकत को दर्शाया गया है। इसके साथ ही जादू-टोने और रोमांचक घटनाओं का भी समावेश होता है, जो इसे दिलचस्प और रहस्यमय बनाते हैं।
कहानी में शहजादी को एक साधारण व्यक्ति से जादुई और रहस्यमय दुनिया में बदलने की प्रक्रिया और उसकी यात्रा के दौरान होने वाली घटनाओं के माध्यम से यह सिखाया जाता है कि कोई भी बुरी स्थिति हमेशा के लिए नहीं रहती, और मुश्किलों का सामना करके ही इंसान सच्ची सफलता प्राप्त करता है।
अलिफ लैला की इस प्रकार की कहानियाँ आमतौर पर बच्चों और बड़ों दोनों के लिए समान रूप से आकर्षक होती हैं, क्योंकि वे कल्पना, साहस, और संघर्ष को एक साथ प्रस्तुत करती हैं।