कौवा और दुष्ट सांप | The Cobra And The Crow Story In Hindi

कौवा और दुष्ट सांप | The Cobra And The Crow Story In Hindi

कौवा और दुष्ट सांपकिसी जंगल में एक विशाल पेड़ था, जिस पर एक कौवा और उसकी पत्नी रहते थे। उसी पेड़ के नीचे एक दुष्ट सांप का बिल था।

जब भी कौवा और उसकी पत्नी के बच्चे अंडों से निकलते, सांप उन्हें खा जाता। इससे कौवा और उसकी पत्नी को बहुत दुख होता था।

एक दिन कौवे ने अपनी पत्नी से कहा, “हमें इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा, अन्यथा हम अपने बच्चों को कभी नहीं बचा पाएंगे।” उसकी पत्नी ने सहमति जताई और कौवे ने एक चालाक योजना बनाई।कौवे ने पास के एक राजा के महल की ओर उड़ान भरी और वहां जाकर देखा कि रानी अपनी दासियों के साथ बगीचे में स्नान कर रही थी।

रानी ने अपने सारे गहने एक थाल में रख दिए थे। कौवा तुरंत उस थाल से एक कीमती हार उठा कर उड़ गया। रानी और उसकी दासियाँ चिल्लाने लगीं और गार्ड्स को बुलाया।कौवा उड़ते हुए उस पेड़ की ओर गया जहाँ वह रहता था और उस हार को सांप के बिल के पास गिरा दिया।

गार्ड्स ने कौवे का पीछा किया और देखा कि कौवे ने हार को सांप के बिल के पास गिरा दिया है। गार्ड्स ने हार को वापस पाने के लिए सांप के बिल को खोदा और सांप को मार डाला।

इस प्रकार, कौवे और उसकी पत्नी ने अपनी बुद्धिमानी से अपने दुश्मन सांप से छुटकारा पाया और अपने बच्चों को सुरक्षित रखा।

शिक्षा:बुद्धिमानी और साहस से किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।