The Hermit And The Mouse Story In Hindi | साधु और चूहे की कहानी
कई साल पहले की बात है, एक साधु एक अंधेरे जंगल में आश्रम स्थापित करके वहाँ रहने लगे।
एक दिन, उन्हें आश्रम के आस-पास घूमते हुए एक छोटा सा चूहा दिखाई दिया।
साधु ने चूहे से कहा, “भगवान का स्वरूप हर जगह होता है, तुम्हें भी उसी में देखो और सच्चे मार्ग पर चलो।”
चूहा ने कहा, “मुझे नहीं दिखता कि भगवान कहाँ है, क्योंकि ये सारा जंगल अंधेरा है।”
साधु ने हंसते हुए कहा, “तुम अपनी आंखों को बंद करके भी भगवान को महसूस कर सकते हो।”
चूहा ने मुस्कराते हुए कहा, “मैं तो रात को अपनी छोटी-छोटी आंखों को बंद करके भी अच्छी तरह से चल सकता हूँ, क्योंकि मेरी आंखें हमेशा खुली होती हैं।”
साधु ने चूहे की समझाई, “तुमने सही कहा, भगवान को दिल से महसूस करना जरूरी है, उसका अहसास आंखों से नहीं, दिल से होता है।”
इसके बाद, चूहा ने साधु के साथ समय बिताना शुरू किया और उसने सच्चे मार्ग पर चलना सीखा।
कहानी से सीख
दोनों का दोस्ती बढ़ती गई और वे मिलकर जंगल में भगवान के साथ रहने का आनंद लेने लगे।