“The Tale of Akbar’s Parrot: Stories of Akbar and Birbal”| अकबर-बीरबल का किस्सा – “बादशाह का तोता”
बहुत साल पहले,
दिल्ली के बादशाह अकबर के दरबार में एक बहुत ही खुशमिजाज तोता था। यह तोता बहुत ही समझदार और चतुर था। उसका नाम मित्तु था। मित्तु ने दरबार में सबके मनोरंजन के लिए अपनी खासियत बना ली थी।
एक दिन, अकबर ने मित्तु को देखा और सोचा, “क्यों ना मित्तु को एक अच्छा सबक सिखाया जाए?” अकबर ने बीरबल से कहा, “बीरबल, तुम्हें मित्तु को एक अच्छा सबक सिखाना चाहिए।” बीरबल ने मुस्कराते 😇 हुए कहा, “जी, बादशाह।”
“The Tale of Akbar’s Parrot: Stories of Akbar and Birbal”| अकबर-बीरबल का किस्सा – “बादशाह का तोता”
बीरबल ने मित्तु को एक बड़े से पेड़ पर ले जाकर खड़ा किया और उसे बोला, “मित्तु, अब तुम्हें यहाँ बैठकर उस पेड़ के सभी पत्तियों को गिनने का काम करना है। तब तक तुम्हें यहाँ से हिलने का अधिकार नहीं है।” मित्तु बहुत ही ध्यान से सुन रहा था।
मित्तु 🦜 ने धीरे-धीरे पत्तियों को गिनना शुरू किया। वह एक, दो, तीन… पत्तियों को गिनता रहा। फिर एक दिन, उसने सोचा, “ये कैसे, मैं तो पत्तियों की गिनती करने में लगा हूँ, पर कोई दिक्कत नहीं है।”
उसी समय, एक बड़ा सा आदमी आया और पेड़ की एक पत्ती को तोड़ लिया। मित्तु ने देखा और बोला, “अरे बड़े भैया, यह क्या किया आपने? मैं अभी तक पत्तियों की गिनती कर रहा था!”
बड़े आदमी ने मित्तु की बातों को सुनकर हंसते हुए कहा, “अरे पर्रोट, तुम कुछ और नहीं समझते, सिर्फ पत्तियों की गिनती करने में ही तो लगे रहते हो।” मित्तु ने भी हंसते हुए कहा, “हाँ, आप बिलकुल सही कह रहे हैं, आपकी बातों में तो कोई दिक्कत नहीं है।”
“The Tale of Akbar’s Parrot: Stories of Akbar and Birbal”| अकबर-बीरबल का किस्सा – “बादशाह का तोता”
बड़े आदमी ने मित्तु से कहा, “तुम बहुत ही मजाकीया और समझदार हो। मैं तुम्हें बादशाह के दरबार में ले जाऊंगा, वहां तुम्हारे चुटकुले सबको हंसी आएंगे।” मित्तु बहुत खुश हुआ और उसने बड़े आदमी को धन्यवाद कहा।
इसके बाद, मित्तु बादशाह के दरबार में गया और वहां बड़े ही मजाकिया और हास्यास्पद चुटकुले सुनाने लगा। सभी लोग बहुत ही खुश हो गए और मित्तु की महिमा गाने लगे।इस तरह, मित्तु ने सबको हंसी आने की कला सिखाई और उन्हें खुशियों से भर दिया।
“The Tale of Akbar’s Parrot: Stories of Akbar and Birbal”| अकबर-बीरबल का किस्सा – “बादशाह का तोता”
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हंसी में छुपे हैं अनगिनत सुख।