गधा और धोबी की कहानी सुनाते हैं:एक बार, गधा और धोबी गाँव में रहते थे। गधा अपने मित्रों के साथ अक्सर वन में घूमने का आनंद लेता था, जबकि धोबी दिनभर धोबी घाट पर कपड़े धोने में लगा रहता था।
एक दिन, धोबी गधे को अपने साथ कुछ कपड़े ले जाने को कहा। गधा प्रसन्नता से उसकी मदद करने को तैयार था। धोबी गधे को अपने कपड़े लेकर गाँव से दूर एक बड़े शहर तक जाना चाहता था, जहां उन्हें अधिक ग्राहक मिल सकते थे।रास्ते में, धोबी और गधा बातचीत करते रहे। धोबी अपनी समस्याओं को सुनाने लगा, और गधा ने उसे अपने जीवन की समझदारी से समाधान दिया।
धोबी इसके लिए उसका आभारी था और दोनों की दोस्ती में एक नई मिठास आ गई।शहर पहुंचकर, धोबी ने बड़े दिन-दराज़ से मेहनत की और अच्छे ग्राहक प्राप्त किए। उसके कपड़ों की खूबसूरती ने लोगों को मोह लिया। गधे ने भी धोबी की मदद करना जारी रखा और धोबी के साथ काम करके उसकी सफलता में योगदान दिया।
इस तरह, गधा और धोबी की एक अद्भुत दोस्ती बन गई। यह कहानी हमें यह बताती है कि जीवन में सहायता और समर्थन के माध्यम से हम अपने स्वयं के भीतर छिपी प्रतिभा और सकारात्मक गुणों को खोज सकते हैं और अपने और दूसरों के जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं।