किताबें
किताबें होती हैं खामोश मगर,
बताती हैं किस्से अनगिनत सफर।
हर पन्ने में छिपी है एक कहानी,
ज्ञान का सागर, जीवन की रवानी।
कभी ये ले जाती इतिहास के गाँव,
जहाँ राजाओं की गूँजती थी दहाड़।
कभी ये दिखाती विज्ञान की रौशनी,
भविष्य के सपने, नई सोच की कश्ती।
कभी कविता के रस में भिगोती,
भावनाओं की नदियां संग जोड़ती।
कभी उपन्यासों की दुनिया रंगीन,
जैसे सपनों का बना हो कोई गहलीन।
किताबें हैं दोस्त, सच्ची और प्यारी,
दुख-सुख में संग, नहीं होती भारी।
इनसे सिखो, इनसे जानो संसार,
हर सवाल का इनमें है उत्तर तैयार।
किताबों से करो दोस्ती, रखो इन्हें पास,
ये बनेंगी सहारा, हर मुश्किल के खास।
जिंदगी में रौशनी भर देंगी ये,
कभी न बुझने वाली लौ बनेंगी ये।